ये video basically तीन degrees – B.Tech, BCA, aur BSc (Computer Science) – ke bare mein bataya hai aur unme se kaunsi degree career ke liye best hai, yeh discuss kiya hai. Video mein yeh bataya gaya hai ki aajkal companies zyada skills ko dekhti hain, degree se zyada. B.Tech ko thoda zyada preference diya jata hai, fir BCA aur phir BSc. Lekin agar aapke paas strong skills hain, toh aap kisi bhi degree se successful ho sakte hain. College ka bhi importance hai, IIT jaise colleges ache opportunities dete hain, lekin private colleges mein bhi hard work karke aap apni skills develop karke success achieve kar sakte hain. Aakhir mein, video yeh message deta hai ki apne aap pe confidence rakho, apni skills pe focus karo aur apne goals ko achieve karne ke liye consistently hard work karo. Chote-chote goals set karo aur unhe achieve karte raho. Basically, hard work aur skills hi sabse important hain, degree ya college utna matter nahi karte jitna log sochte hain. इस वीडियो में तीन डिग्रियों – बीटेक, बीएससी और बीसीए – की तुलना की गई है, खासकर कंप्यूटर साइंस के संदर्भ में। बीटेक इंजीनियरिंग और तकनीकी स्किल्स पर ज़्यादा फोकस करती है, जबकि बीएससी थ्योरी और रिसर्च पर। बीसीए एप्लीकेशंस पर ज़्यादा ध्यान देती है। कई कॉलेजों में पढ़ाई का स्तर बहुत खराब है, खासकर टियर 2 और 3 कॉलेजों में। कॉलेज की डिग्री सिर्फ़ कागज़ का टुकड़ा बनकर रह जाती है अगर स्किल्स न हों। कंपनियां आजकल स्किल्स को ज़्यादा महत्व देती हैं, डिग्री से ज़्यादा। हालांकि, बीटेक को अभी भी ज़्यादा तरजीह दी जाती है, लेकिन अगर किसी के पास बेहतरीन स्किल्स हैं (जैसे AI, मशीन लर्निंग में), तो वो बीसीए या बीएससी वाले भी बीटेक वालों से आगे निकल सकते हैं। अच्छा कॉलेज (जैसे आईआईटी) ज़रूर मैटर करता है क्योंकि वहां बेहतर माहौल, अवसर और नेटवर्किंग होती है। लेकिन, प्राइवेट कॉलेज के स्टूडेंट्स भी अपनी स्किल्स के दम पर सफल हो सकते हैं। बीएससी वालों को कंपनियां कम समय के लिए रखने की संभावना ज़्यादा समझती हैं, खासकर अगर वो रिसर्च ओरिएंटेड हों। सफलता के लिए सबसे ज़रूरी है खुद पर भरोसा रखना और लगातार अपस्किल करते रहना। दूसरों की नकारात्मक बातों को नज़रअंदाज़ करना चाहिए। छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर काम करना चाहिए, बड़े लक्ष्यों पर ज़्यादा ध्यान न देकर। अच्छे कॉलेज में दाखिला लेने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए क्योंकि एक अच्छा कॉलेज ज़िंदगी बदल सकता है। Prerequisites: 12वीं पास होना (साथ ही, बेसिक कंप्यूटर साइंस की जानकारी helpful होगी)। Learning Sequence: Step 1: डिग्री चुनना: अपने रूचि और करियर के लक्ष्यों के आधार पर बीटेक, बीसीए या बीएससी (कंप्यूटर साइंस) में से एक डिग्री चुनें। वीडियो के अनुसार, बीटेक सबसे ज़्यादा demand में है, लेकिन बीसीए और बीएससी के अपने-अपने फायदे हैं। अपनी स्किल्स और interests को ध्यान में रखें। Step 2: कॉलेज से ज़्यादा स्किल्स पर ध्यान दें: वीडियो में बताया गया है कि कॉलेज का नाम उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना कि आपकी स्किल्स। अपनी चुनी हुई डिग्री के relevant skills को develop करने पर focus करें। YouTube, online courses, और projects के द्वारा अपनी स्किल्स को बेहतर बनाएँ। Step 3: प्रैक्टिकल अनुभव: सिर्फ थ्योरी पढ़ने से काम नहीं चलेगा। Projects बनाएँ, internships करें, और practical experience हासिल करें। ये आपके resume को strong बनाएगा और आपको job market में edge देगा। Step 4: Networking: अपने कॉलेज के साथियों, प्रोफ़ेसर्स और industry professionals से network बनाएँ। ये आपके करियर में बहुत मददगार साबित होगा। Step 5: लगातार सीखते रहें: टेक्नोलॉजी लगातार बदल रही है। नई टेक्नोलॉजीज और skills सीखते रहें ताकि आप market में relevant बने रहें। Practice Suggestions: हर हफ़्ते कुछ नया सीखने का target रखें (जैसे, एक नया programming language, एक नया software tool, या एक नया concept)। अपने सीखे हुए skills को projects में implement करें। Online coding challenges और competitions में participate करें। अपने portfolio को regularly update करते रहें। Industry events और workshops में attend करें। Important Note: वीडियो में बताया गया है कि आईआईटी या एनआईटी में ना पढ़ पाने का मतलब ये नहीं है कि आप successful नहीं हो सकते। अपनी मेहनत और dedication से आप किसी भी कॉलेज से successful career बना सकते हैं। ज़्यादा focus अपनी स्किल्स और practical experience पर रखें। है तो चलो ये तो थोरेट्स प्रैक्टिकल बात कर लेते हैं मुझे पता नहीं ये बात बोलनी चाहिए कि नहीं बोलनी चाहिए लेकिन आज की तारीख में जितना मैंने स्टूडेंट्स के साथ इंटरेक्ट करके देखा है बहुत सारे कॉलेजेस ने मैं सबकी बात नहीं कर रहा हूं बहुत सारे कॉलेजेस ने डिग्रीज का एक बिल्कुल मजाक बना के रखा हुआ है कभी कोई जाता है उसकी अटेंडेंस लग जाती है कभी कुछ होता है जाकर 4 साल 3 साल मोस्ट ऑफ द केसेस में बर्बाद करा दिए जाते हैं और वो सीखते भी हैं अगर तो या तो youtube3 ये होता है कि भाई बीटेक में ये होता है बीएससी में होता है बीसीए में ये होता है ये फॉलो भी नहीं किया जाता है आज की तारीख में लोगों ने करिकुलम को इतना चेंज कर दिया है पुरानी जो आज से 10-20 साल पहले पढ़ाया जाता था वो आज भी पढ़ाया जा रहा है नई-नई जो चीजें हैं जैसे कि एआई आ गया है डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम्स अपडेट हो गए हैं वेब डेवलपमेंट की नई-नई टेक्नोलॉजीज आ गई है वो मैंने जितना देखा है नहीं पढ़ाई जाती है ऐसे में जो कंपनीज होती हैं उनको पता होता है कि भाई कॉलेजेस की क्या हालत है कॉलेजेस के स्टूडेंट्स की क्या हालत है स्पेशली मैं टियर टू और टियर थ्री कॉलेजेस की बात कर रहा हूं यहां पर और मैं बखू टियर वन को भी नहीं ठीक है उसके बारे में अभी मैं थोड़ी देर में बात करूंगा बट मैं आपको ये बताना चाहता हूं बस अगर आपने एक डिग्री में इनरोलमेंट ले लिया है तो इसका मतलब ये तो बिल्कुल भी नहीं है कि आप लाइफ में सक्सेसफुल हो गए आपने अगर बीटेक में इनरोलमेंट लिया है और एक इंसान ने इनरोलमेंट लिया ही नहीं किसी डिग्री में इनरोल ही नहीं हुआ वो वो आपसे ज्यादा सक्सेसफुल हो सकता है आज की तारी में कंपनी सिर्फ स्किल देखती है इन मोस्ट ऑफ द केसेस स्किल्स देखती हैं आप अगर किसी भी नॉलेजेबल इंसान से एडवाइस लेने जाएंगे तो आप लोगों को यही बताएगा कि भाई बीटेक कर लो अगर आप लोग इंजीनियर बनना चाहते हो साइंस या रिसर्च में जाना चाहते हो तो बीएससी कर लो अगर ज्यादा इंजीनियरिंग एस्पेक्ट में ना जाके आईटी एप्लीकेशंस करना चाहते हो तो बीसीए कर लो और थोरेट्स में यही होता है अब अगर बीसीए बीएस और बीटेक सीएससी को मैं कंपेयर करूं तो बेसिकली बीसीए में ये कोर्स सब्जेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं बीएससी में ये पढ़ाए जाते हैं बीटेक में ये पढ़ाए जाते हैं फर्द स्टडीज के ये ये ये ऑप्शंस रहते हैं तो मैं आप लोगों को अब एक प्रैक्टिकल गाइडेंस देता हूं अगर आप लोग अभी तक किसी भी डिग्री में एनरोल नहीं हुए हैं और एकदम कंफ्यूज है कि यार मैं बीसीए करूं बीएससी करूं या बीटेक करूं तो मैं आपको बताता हूं कि आज की तारीख में बीटेक की जो वैल्यू है वो थोड़ी सी ज्यादा है कंपनीज के नजरिए में मैं ये नहीं कह रहा हूं कि स्टूडेंट्स को ज्यादा आता है बीटेक वालों को या फिर बीटेक में जो सब्जेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं वो ज्यादा रिलेवेंट है या बीटेक के कॉलेजेस अच्छे हैं इन सब चीजों पे मैं टिप्पणी नहीं दे रहा हूं लेकिन मैंने ये चीज देखी है कि एक बीटेक वाले को बीएससी और बीसीए वाले से ज्यादा ही तोला जाता है ये मेरा अपना पर्सनल एक्सपीरियंस है जितनी मैंने बात करी है इंडस्ट्री के अंदर स्टूडेंट से जो प्लेस हुए हैं उनसे इसके बाद आता है बीसीए और इसके बाद बीएससी आता है अब ये एक ऐसा सच है जो कि आप लोगों को ज्यादातर लोग बोलने में हेजिंग करेंगे और शायद बोलेंगे भी नहीं क्योंकि ये जो बोलता है ना कोई भी तो फिर उससे ये पूछा जाता है कि यार तुमने ये बोल कैसे दिया बट मैं आप लोगों को अपने एक्सपीरियंस से चीजें बता रहा हूं और मैं चाहता हूं कि आपके दिमाग में भी ये क्लेरिटी हो आप मार्केट के अंदर जाएंगे बीटेक वाले को ज्यादा तोला जाएगा ये मैं आप लोगों को बता रहा हूं अगर आप लोग अभी 12थ क्लास में है आपको ज्ञान नहीं है तो मैं आप लोगों को बता देता हूं अभी ये बात है अब हां अगर आप लोग ये कहोगे कि यार एक बीसीए वाला इंसान है उसने एआई एआई में सब कुछ किया हुआ है उसको डेटा साइंस भी आता है उसको मशीन लर्निंग आता है उसने अपने मॉडल्स ट्रेन किए हुए हैं तो हां भाई उस इंसान को इस बीटेक वाले इंसान से ज्यादा तोला जाएगा बट मैं यहां पर बात कर रहा हूं कि सारे फैक्टर्स अगर हम एकदम सेम कर दें तब बीटेक वाले को ज्यादा तोला जाता है अब बात करते हैं कि कॉलेज मैटर भी करता है कि नहीं करता है अब एक बार आप बीटेक में एनरोल हो गए या फिर आप बीसीए में एनरोल हो गए या फिर आप बीएससी में हो गए तो एक बहुत बड़ा फैक्टर यहां पर कॉलेज भी होता है अगर आपको आईआईटी के अंदर लेट से बीएससी मिल रही है मैं कहूंगा एक अच्छे कॉलेज में एंट्री लो क्योंकि एक अच्छे कॉलेज में एंट्री लेकर आपको अच्छा माहौल मिलता है आपको ज्यादा अपॉर्चुनिटी मिलती है वहां पर आप लोगों को पता चलता है कि क्या-क्या चीजें होती है मैं अपना पर्सनल एग्जांपल लेता हूं मैं आईआईटी खड़गपुर से ग्रेजुएट हूं और जब मैं कॉलेज में था तो मैंने पांच फॉरेन इंटर्नशिप्स करी थी और इन पांच फॉरेन इंटर्नशिप्स में मैं पांच अलग-अलग कंट्रीज में गया था पांच अलग-अलग प्रोफेसर्स ने कंपनीज ने मुझे स्पंस किया था और मुझे ये सारा एक्सपोजर मिल पाया जस्ट बिकॉज मैं आईआईटी खड़गपुर में था तो कॉलेज इस तरह से तो मैटर करता है ठीक है लेकिन अगर आप लोग एक प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तो एक टाइम के बाद सारे प्राइवेट कॉलेजेस को भाई मैं एकदम सेम मानता हूं और मैं ये भी आपको बताना चाहता हूं कि भाई अगर आप एक प्राइवेट कॉलेज में जा चुके हैं आप अपनी स्किल बढ़ाकर सबको पीछे छोड़ सकते हैं आईआईटी वाले बंदे को भी पीछे छोड़ सकते हैं तो ये मोटिवेशन आप लोगों को रखना है अपने अंदर अगर आप एनरोल हो चुके हैं किसी डिग्री में तो अब आज की तारीख में जो मार्केट है उसके अंदर ये माना जाता है कि जो लोग बीएससी करते हैं उनका जो मेन फोकस है वो एकेडमिक्स ही है इसीलिए जो कंपनीज होती हैं उनको ऐसा लगता है कि यार ये इंसान ज्यादा टाइम तक हमारी कंपनी में टिकेगा नहीं अगर इसने बीएससी की हुई है कंप्यूटर साइंस में और आज की तारीख में अगर आप लोग रिसर्च पेपर ज्यादा दिखाते हैं अपने रिज्यूमे में तो भी यही होता है क्योंकि जो आपका एंप्लॉयर है उसको लगता है कि ये इंसान चला जाएगा हमारी कंपनी को छोड़कर रिसर्च करने अब मैं इस वीडियो को कंक्लूजन है किसी भी डिग्री में जाने की तो आप बीटेक कंप्यूटर साइंस में जा सकते हैं बीटेक कंप्यूटर साइंस किसी रीजन से आप नहीं कर पा रहे हैं तो आप बीसीए करें कंप्यूटर साइंस में और उसके बाद ही मैं बीएससी का नंबर लूंगा अंटच्ड नहीं मिलता है अगर आपको एक बहुत अच्छा कॉलेज मिलता है जिसका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत अच्छा है तो बीएससी